Durga Puja 2024: दुर्गा पूजा, जिसे दुर्गा अष्टमी (Durga Ashtami) के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्यौहार है। यह त्यौहार विशेष रूप से देवी दुर्गा की आराधना के लिए मनाया जाता है जो शक्ति, साहस और विजय की प्रतीक मानी जाती हैं। दुर्गा पूजा का यह पर्व न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। भक्तजन इस अवसर पर विशेष रूप से अपने घरों में पूजा करते हैं और मां दुर्गा के विभिन्न रूपों की आराधना करते हैं।
दुर्गा पूजा का महत्व – Importance of Durga Ashtami
दुर्गा पूजा का महत्व हिंदू धर्म में बहुत गहरा है। यह पर्व देवी दुर्गा की शक्ति, साहस और विजय का प्रतीक है। प्रत्येक वर्ष नवरात्रि के दौरान, भक्तजन मां दुर्गा की नौ रूपों की आराधना करते है जो बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश देती हैं। दुर्गा पूजा का आयोजन विशेष रूप से पश्चिम बंगाल, असम और भारत के अन्य हिस्सों में धूमधाम से किया जाता है।
यह पर्व न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। दुर्गा पूजा के दौरान कई प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम, गरबा, भजन और कीर्तन होते हैं, जो समुदाय की एकता को बढ़ाते हैं। इस समय लोग एक-दूसरे के साथ मिलकर उत्सव मनाते हैं, जो भाईचारे और प्रेम की भावना को प्रोत्साहित करता है।
मां दुर्गा की पूजा से मानसिक शांति, शक्ति और सकारात्मकता का अनुभव होता है। भक्तजन इस अवसर पर अपने परिवार और मित्रों के साथ मिलकर पूजा करते हैं, जो संबंधों को और मजबूत बनाता है। कुल मिलाकर, दुर्गा पूजा एक प्रेरणादायक त्योहार है जो जीवन में नई ऊर्जा और आशा का संचार करता है।
Durga Ashtami 2024 कब है?
Durga Ashtami 2024 में 10 अक्टूबर को मनाई जाएगी। यह पर्व दुर्गा पूजा का एक महत्वपूर्ण दिन है, जब माता दुर्गा की पूजा विशेष रूप से की जाती है। इस दिन भक्त Durga Ashtami Fast रखते हैं और माता की आराधना करते हैं। खासकर देवी की आरती और Durga Ashtami Bhog का आयोजन किया जाता है। इसे शारदीय नवरात्रि के दौरान मनाया जाता है, जो नौ दिनों तक चलती है। दुर्गा Ashtami का दिन शक्ति और साहस का प्रतीक है और इसे पूरे उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस अवसर पर देवी के प्रति भक्ति और श्रद्धा व्यक्त करने का विशेष महत्व है।
दुर्गा अष्टमी 2024 की तिथि – Durga Ashtami Dates
दुर्गा अष्टमी, जिसे महा अष्टमी भी कहा जाता है, शारदीय नवरात्रि का सबसे महत्वपूर्ण दिन है। दुर्गा अष्टमी 2024 में 10 अक्टूबर को मनाई जाएगी। यह त्यौहार नवरात्रि के अंतर्गत आता है, जो 9 दिनों तक चलता है। इस दिन देवी दुर्गा के आठवें स्वरूप का पूजन किया जाता है और इसे विशेष रूप से अष्टमी तिथि के दिन मनाया जाता है।
यह दिन माता दुर्गा की पूजा के लिए समर्पित होता है, जब भक्तगण विशेष व्रत रखते हैं और आराधना करते हैं। भक्तगण मंदिरों में जाकर माता का ध्यान करते हैं और भोग अर्पित करते हैं। अष्टमी का पर्व शक्ति, साहस और विजय का प्रतीक है। इस दिन को विशेष रूप से माता दुर्गा की शक्ति की आराधना के लिए मनाया जाता है, और विभिन्न अनुष्ठान किए जाते हैं।
Durga Ashtami 2024 शुभ मुहूर्त
दुर्गा अष्टमी पर पूजा का शुभ मुहूर्त विशेष रूप से महत्वपूर्ण होता है। 2024 में दुर्गा अष्टमी के दिन शुभ मुहूर्त इस प्रकार है –
अष्टमी तिथि प्रारंभ – 10 अक्टूबर 2024 को सुबह 4:17 बजे
अष्टमी तिथि समाप्त – 10 अक्टूबर 2024 को सुबह 5:27 बजे
सर्वश्रेष्ठ पूजा समय – सुबह 6:30 से 8:30 बजे के बीच
Durga Ashtami 2024 पूजा विधि
दुर्गा अष्टमी की पूजा विधि को लेकर भक्तों में विशेष उत्साह रहता है। यहां हम इस दिन की पूजा की विधि बता रहे हैं
1. सफाई और सजावट
- घर की सफाई – Durga Ashtami Puja से पहले घर की अच्छे से सफाई करें। यह जरुरी है कि पूजा स्थल को पवित्र और स्वच्छ रखा जाए।
- सजावट -देवी दुर्गा की प्रतिमा या चित्र के आसपास फूल, रंगोली और सजावटी सामग्री लगाएं।
2. पूजा सामग्री की तैयारी
दुर्गा अष्टमी की पूजा के लिए Durga Ashtami Puja items इस प्रकार है –
- देवी दुर्गा की प्रतिमा या चित्र
- लाल चंदन, कुमकुम और फूल
- फल, मिठाइयाँ और नैवेद्य (भोग)
- दीपक और अगरबत्ती
- कलश, थाली और अन्य पूजा सामग्री
3. पूजा विधि और मंत्र (Puja Vidhi & Mantra)
- आसन – सबसे पहले, देवी दुर्गा के चित्र या प्रतिमा के सामने आसन लगाएं।
- दीप प्रज्वलन – दीपक जलाएं और उसके चारों ओर अगरबत्ती लगाएं।
- नैवेद्य अर्पित करना – देवी को फल, मिठाई और अन्य भोग अर्पित करें।
- जप और मंत्र – देवी दुर्गा के मंत्रों का जाप करें। Durga Ashtami Mantras इस प्रकार है –
“ॐ दुं दुर्गायै नमः”
“ॐ जयन्ती मङ्गला काली भद्रकाली कपालिनी”
- Durga Ashtami Aarti – पूजा के अंत में देवी की आरती करें और उसके बाद सभी लोगों को प्रसाद बांटे।
4. विशेष अनुष्ठान
दुर्गा अष्टमी के दिन विशेष रूप से कन्या पूजन का महत्व होता है। इस दिन भक्तजन नौ कन्याओं का पूजन करते है जो देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों का प्रतिनिधित्व करती हैं। इन्हें अन्न, वस्त्र और उपहार देकर सम्मानित किया जाता है।
दुर्गा अष्टमी का सांस्कृतिक महत्व – Durga Ashtami and women’s empowerment
दुर्गा अष्टमी का सांस्कृतिक महत्व भारतीय समाज में गहरा है। यह पर्व न केवल देवी दुर्गा की पूजा का दिन है, बल्कि यह महिला शक्ति, साहस और समर्पण का प्रतीक भी है। इस दिन, समाज में नारी की भूमिका को मान्यता दी जाती है, और महिलाएं विशेष रूप से पूजा और उत्सव में सक्रिय भाग लेती हैं।
सांस्कृतिक दृष्टिकोण से, दुर्गा अष्टमी के दौरान विभिन्न स्थानों पर मेले, नृत्य और संगीत कार्यक्रम आयोजित होते हैं। ये कार्यक्रम न केवल धार्मिकता को बढ़ावा देते हैं, बल्कि समाज के विभिन्न वर्गों को एक साथ लाते हैं। विशेष रूप से, कोलकाता में दुर्गा पूजा का उत्सव बहुत धूमधाम से मनाया जाता है, जहां विभिन्न पंडालों में सांस्कृतिक प्रदर्शनी, नृत्य और नाटक प्रस्तुत किए जाते हैं।
इस दिन के दौरान लोग Durga Ashtami Celebrations करते है, पारंपरिक परिधान पहनते हैं और भक्ति गीत गाते हैं, जिससे एक जीवंत और उत्साहपूर्ण माहौल बनता है। दुर्गा अष्टमी भारतीय संस्कृति में नारी के प्रति सम्मान और उसकी शक्ति का प्रतीक है। इस प्रकार, यह पर्व न केवल धार्मिक उत्सव है, बल्कि सामूहिकता, एकता और सांस्कृतिक धरोहर को भी प्रकट करता है।
निष्कर्ष:
दुर्गा अष्टमी पर देवी दुर्गा की आराधना करके हम अपने जीवन में सकारात्मकता और समृद्धि ला सकते हैं। 2024 दुर्गा अष्टमी का पर्व 10 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दिन का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि का पालन करके आप मां दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।
हम आशा करते हैं कि यह जानकारी आपको दुर्गा अष्टमी की तैयारी करने में मदद करेगी। माता दुर्गा का आशीर्वाद आप पर सदैव बना रहे।
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