Dhanteras Date 2024 | धनतेरस कब व क्यों मनाया जाता है, जाने धनतेरस पर शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

Dhanteras Date 2024: भारत में कुछ ही दिनों के बाद 5 दोनों का दीपोत्सव शुरू होने वाला है। भारत में लोग दीपोत्सव का बेसब्री से इंतजार करते हैं। इस त्यौहार के मौके पर सभी लोग अपने घरों को सजाते हैं और बाजारों में खूब रौनक देखने को मिलती है। हर वर्ष कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन धनतेरस का पर्व मनाया जाता है। 

धनतेरस को लेकर लोगों में कई महत्व है, जिसके कारण धनतेरस के दिन सोना चांदी बर्तन झाडू जैसे चीजों को खरीदना काफी महत्वपूर्ण माना गया है। धनतेरस के मौके पर भगवान धन्वंतरि और यमराज की पूजा की जाती है। साथ ही धनतेरस के मौके पर माता लक्ष्मी की भी विधि विधान द्वारा पूजा होती है। लेकिन क्या आपको पता है कि धनतेरस क्यों मनाया जाता है और साल 2024 में धनतेरस कब है? 

अगर आप इसके बारे में नहीं जानते हैं तो आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि आज के इस लेख के द्वारा हम आपको धनतेरस क्यों मनाया जाता है के बारे में विस्तार से बताने वाले हैं। साथ ही हम आपको धनतेरस पूजा विधि के बारे में भी जानकारी देंगे। अगर आप भी धनतेरस से जुड़ा जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो नीचे दिए गए लेख को अंत तक पढ़े।

Dhanteras 2024 Date And Muhurat | धनतेरस कब है?

धनतेरस क्यों मनाया जाता है?

Dhanteras Kyu Manaya Jata Hai : आपको यह जरूर पता होगा कि हर साल दीपावली के एक दिन पहले धनतेरस का त्यौहार मनाया जाता है लेकिन क्या आपको पता है कि धनतेरस हम लोग क्यों मनाते हैं? अगर आपको इस बारे में जानकारी नहीं है तो हम आपको बता दें कि हिंदू धर्म शास्त्रों में वर्णन कथाओं के अनुसार जब समुद्र मंथन हुआ था तब भगवान धन्वंतरि ने ही हाथों में कलश लेकर प्रकट हुए थे। 

जिस तिथि के दिन भगवान धन्वंतरि ने समुद्र से अमृत लेकर प्रकट हुए थे वह दिन कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि थी। इसी तिथि के दिन भगवान धन्वंतरि ने समुद्र से हाथों में कलश लेकर प्रकट हुए थे और इसी के चलते हर धनतेरस के मौके पर बर्तन खरीदने का परंपरा चल आ रहा है। 

आपको बता दे कि भगवान धन्वंतरि को ही श्री विष्णु भगवान का एक अंश माना जाता है, साथ ही भगवान धन्वंतरि ने ही पूरे विश्व भर में चिकित्सा विज्ञान का प्रचार प्रसार किया था। भगवान धन्वंतरि के प्रकट होने के उपलक्ष्य में ही हर वर्ष धनतेरस का पर्व मनाया जाता है और इस दिल भगवान धन्वंतरि की विधि विधान द्वारा पूजा अर्चना किया जाता है।

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भगवान धन्वंतरि हैं भगवान विष्णु के अंश 

धनतेरस, यह शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है। इसका पहला शब्द ‘धन’ हैं और दूसरा शब्द ‘तेरस’ है जिसका अर्थ धन का तेरह गुण होता है। वहीं भारतीय संस्कृति के हिसाब से सेहत यानी स्वस्थ को ही सबसे बड़ा धन माना गया है। इस बात को लेकर काफी महत्वपूर्ण कहावत भी प्रसिद्ध है की ‘‘पहला सुख निरोगी काया, दूजा सुख घर में माया’’। इसी कारण से हर साल दीपावली से पहले धनतेरस का पर्व मनाया जाता है और इस महत्व दिया जाता है।

धनतेरस के साथ-साथ इस दिन राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस भी मनाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि भगवान धन्वंतरि के बाद माता लक्ष्मी दो दिन बाद समुद्र से प्रकट हुई थी, और इसी कारण धनतेरस के दो दिन बाद दीपावली का पर्व मनाया जाता है। धनतेरस के मौके पर भगवान धन्वंतरि की पूजा अर्चना करने से परिवार पर आरोग्य सुख की प्राप्ति होती है।

धनतेरस पूजा विधि

धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि, कुबेर और माता लक्ष्मी का पूजा किया जाता है। लेकिन इस दिन पूजा को हमेशा विधि के अनुसार ही करना जरूरी होता है क्योंकि विधि के अनुसार पूजा करने से भगवान धन्वंतरि कुबेर और माता लक्ष्मी की कृपा हमेशा हम पर बनी रहती है। धनतेरस पूजा विधि निम्न है :-

  • धनतेरस के दिन सुबह उठकर सबसे पहले स्नान करना होता है और साफ सुथरा वस्त्र धारण करना होता है।
  • इसके बाद आप अपने मंदिर का साफ सफाई करना है और सूर्य भगवान को जल अर्पण करना है।
  • इसके बाद आपको चौकी पर लाल यह पीला कपड़ा के ऊपर माता लक्ष्मी भगवान धन्वंतरि और कुबेर जी की प्रतिमा को विराजमान करना होगा।
  • इसके बाद भगवान के प्रतिमा को अच्छे तरीके से स्नान करवाएं और दीपक जलाकर उन पर चंदन का तिलक लगाए।
  • इसके बाद भगवान सभी भगवान की आरती करें, और साथ ही भगवान गणेश की पूजा भी करें।
  • इसके बाद कुबेर जी के मंत्र ओम ह्रीं कुबेराय नमः का 108 बार जाप करें और धन्वंतरी स्तोत्र का पाठ पढ़े।
  • इसके बाद भगवान के सामने मिठाई एवं फल समेत भोग लगाए।
  • इसके बाद चढ़ाए गए प्रसाद को सभी लोगों में वितरण करें और अपने अनुसार दान जरूर करें।
  • ऐसा माना जाता है कि इस प्रकार से पूजा करने पर धन लाभ का योग बनता है, आर्थिक स्थिति सुधरता है और घर की समृद्धि होती है।

धनतेरस के दिन क्या खरीदना चाहिए?

धनतेरस के दिन खरीदारी को काफी शुभ माना गया है, इसलिए धनतेरस के अवसर पर सोना, चांदी, झाड़ू, नए बर्तन, गहने खरीदना चाहिए। इन सभी वस्तुओं को खरीद कर भगवान लक्ष्मी को अर्पित किया जाता है जिसके बाद घर में समृद्धि का वास होता है और साथ ही धन की आगमन होती है।

निष्कर्ष:

धनतेरस का पर्व आने में सिर्फ कुछ दिन बचा हुआ है ऐसे में लोगों के बीच अभी से ही काफी ज्यादा उत्सुकता बड़ी हुई है। धनतेरस के मौके पर सभी लोग घर के लिए नए-नए वस्तुओं की खरीदारी करते हैं और माता लक्ष्मी, भगवान कुबेर और भगवान धन्वंतरि की पूजा करते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि धनतेरस का पर्व क्यों मनाया जाता है।

अगर आपको इस बारे में जानकारी नहीं है तो चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि ऊपर दिए गए लेख में हमने इसी की जानकारी दी है। उम्मीद करता हूं कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और इससे अच्छी जानकारी मिली होगी, इसे पढ़ने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।

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